कहानी 6
एक अच्छा बेटा और एक बुरा बेटा
ज़रा कैन और हाबिल को देखिए। वे अब बड़े हो गए हैं। कैन एक किसान बन गया है। वह फल-सब्ज़ी और अनाज की खेती करता है। जबकि हाबिल एक चरवाहा बन गया। उसे भेड़ के छोटे-छोटे बच्चों, यानी मेम्नों की देखरेख करना बहुत अच्छा लगता है। धीरे-धीरे ये मेम्ने बड़े हो जाते हैं। इस तरह, हाबिल के पास ढेर सारी भेड़ें हो जाती हैं।
एक दिन कैन और हाबिल, दोनों परमेश्वर के लिए तोहफा लाए। कैन अपने खेत से कुछ फल-सब्ज़ी लाया और हाबिल अपनी भेड़ों में से अच्छी-से-अच्छी भेड़ें लाया। यहोवा ने हाबिल से खुश होकर उसका तोहफा कबूल कर लिया। पर वह कैन और उसके तोहफे से बिलकुल भी खुश नहीं हुआ। मालूम है क्यों?
इसलिए नहीं कि हाबिल का लाया तोहफा कैन के तोहफे से अच्छा था, बल्कि इसलिए कि हाबिल एक अच्छा आदमी था। हाबिल, यहोवा और अपने भाई, दोनों से प्यार करता था। लेकिन कैन बुरा आदमी था। वह अपने भाई हाबिल से प्यार नहीं करता था।
परमेश्वर ने कैन से कहा कि उसे अच्छा आदमी बनना चाहिए। पर कैन ने परमेश्वर की एक न सुनी। उलटा वह गुस्सा हो गया, क्योंकि परमेश्वर उससे ज़्यादा हाबिल को पसंद करता था। एक दिन कैन ने हाबिल से कहा, ‘चलो ज़रा मैदान तक चलते हैं।’ जब वे दोनों मैदान में पहुँचे, तब कैन ने हाबिल पर हमला करके उसे जान से मार डाला। कैन ने कितना बुरा काम किया, है ना?
कैन, हाबिल को जान से मारकर दूर भाग जाता है।
यह सच है कि हाबिल मर गया, लेकिन परमेश्वर उसे भूला नहीं है। जानते हैं क्यों? क्योंकि हाबिल अच्छा आदमी था और यहोवा अच्छे लोगों को कभी नहीं भूलता। इसलिए यहोवा उसे एक दिन ज़रूर ज़िंदा करेगा। उसके बाद हाबिल कभी नहीं मरेगा। वह इस धरती पर हमेशा ज़िंदा रहेगा। ज़रा सोचिए, तब हाबिल से मिलकर उससे बातें करने में कितना मज़ा आएगा!
लेकिन परमेश्वर, कैन जैसे बुरे लोगों को बिलकुल पसंद नहीं करता। जब कैन ने अपने भाई को मार डाला, तब परमेश्वर ने उसे सज़ा दी। परमेश्वर ने उसे उसके घरवालों से दूर भेज दिया। जाते-जाते कैन अपने साथ अपनी एक बहन को भी ले गया। फिर उन दोनों ने शादी कर ली।
कुछ समय बाद कैन और उसकी बीवी के बच्चे हुए। उधर आदम और हव्वा के दूसरे बेटे-बेटियों ने भी शादी कर ली और उनके भी बच्चे हुए। देखते-ही-देखते धरती पर बहुत सारे लोग हो गए।
A good son and a bad son
Just look at Cain and Abel. They have grown up now. Cain has become a farmer. He cultivates fruits and vegetables and cereals. While Abel became a shepherd. He likes to look after the young lambs of the sheep. Gradually these lambs grow up. In this way, Abel has a lot of sheep.
One day both Cain and Abel brought gifts for God. Cain brought some fruit and vegetable from his field, and Abel brought the best of his sheep. Jehovah was pleased with Abel and accepted his gift. But he was not at all happy with Cain and his gift. Do you know why?
Not because Abel's gift was better than Cain's gift, but because Abel was a good man. Abel loved both Jehovah and his brother. But Cain was a bad guy. He did not love his brother Abel.
Parmeshwar told Cain that he should become a good man. But Cain did not listen to one of the parameshwaras. On the contrary, he became angry, because The God liked Abel more than him. One day Cain said to Abel, 'Let's go to the field. When they both reached the field, Cain attacked Abel and killed him. How bad a thing Cain did, didn't he?
It is true that Abel died, but God has not forgotten him. Do you know why? Because Abel was a good man, Jehovah never forgets the good ones. So Jehovah will certainly make him alive one day. Abel will never die after that. He will live forever on this earth. Imagine how much fun it would be to meet Abel and talk to him!
But God doesn't like bad people like Cain at all. When Cain killed his brother, The God punished him. Parmeshwar sent him away from his family. On the way, Cain took one of his sisters with him. Then they both got married.
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